Delhi के डिप्टी CM पर CBI की जबरदस्त रेड: मनीष सिसोदिया के आवास पर टीम कर रही बड़ी कार्रवाई, कई ठिकानों को निकली हुईं हैं अलग-अलग टीमें
CBI Raid On Delhi Deputy CM Manish Sisodia
CBI Raid On Delhi Deputy CM Manish Sisodia : देश की राजधानी दिल्ली (Delhi) से इस वक्त एक बड़ी खबर सामने आ रही है| दिल्ली के डिप्टी CM मनीष सिसोदिया (Deputy CM Manish Sisodia) पर केंद्रीय जांच ब्यूरो यानि सीबीआई (CBI) की जबरदस्त रेड पड़ी है| एक बड़ी संख्या में सीबीआई की टीम शुक्रवार सुबह से ही मनीष सिसोदिया के आवास पर पहुंची हुई है और अपनी कार्रवाई को अंजाम दे रही है| इसके आलावा आपको यह भी बतादें कि, मनीष सिसोदिया के आवास के साथ-साथ Delhi-NCR के कुल 21 ठिकानों पर सीबीआई ने छापेमारी की है| सीबीआई की अलग-अलग टीमें इन ठिकानों पर मौजूद हैं|
शराब नीति और घोटाले को लेकर छापेमारी
बताया जा रहा है कि, दिल्ली के डिप्टी CM मनीष सिसोदिया सहित अन्य ठिकानों पर सीबीआई की जो छापेमारी चल रही है वह दिल्ली सरकार की शराब नीति और करोड़ों के घोटाले को लेकर चल रही है| ज्ञात रहे कि, हाल ही में दिल्ली सरकार द्वारा लाई गई शराब नीति पर बड़े सवाल उठे थे| जिसके बाद दिल्ली के उपराज्यपाल ने इस मामले को लेकर सीबीआई जाँच की सिफारिश कर दी थी|
मनोज तिवारी ने भी संसद में किया था इशारा
ध्यान रहे कि, संसद के बीते मॉनसून सत्र के दौरान लोकसभा में बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने दिल्ली की शराब नीति का मुद्दा उठाया था और इस दौरान उन्होंने कहा था कि दिल्ली में नैतिकता नहीं बची है| यहां की सरकार गली-गली में शराब बिकवा रही है| इसकी आड़ में सैकड़ों करोड़ों का घोटोला भी हो रहा है| तिवारी ने कहा कि फिलहाल सीबीआई जांच बैठ गई है| इस मामले में दिल्ली के डिप्टी सीएम गिरफ्तार हो सकते हैं।
सीबीआई पहुंची तो मनीष सिसोदिया ने क्या कहा
इधर, अब जब दिल्ली के डिप्टी CM मनीष सिसोदिया के आवास पर छापेमारी के लिए सीबीआई पहुंच गई है तो सिसोदिया केंद्र की मोदी सरकार पर लगातार तंज कस रहे हैं| मनीष सिसोदिया ने लगातार कई ट्वीट किये और कहा- ''सीबीआई आई है. स्वागत है. हम कट्टर ईमानदार हैं . लाखों बच्चों का भविष्य बना रहे हैं. बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है कि हमारे देश में जो अच्छा काम करता है उसे इसी तरह परेशान किया जाता है. इसीलिए हमारा देश अभी तक नम्बर-1 नहीं बन पाया. ''
''हम जाँच में पूरा सहयोग देंगे ताकि सच जल्द सामने आ सके. अभी तक मुझ पर कई केस किए लेकिन कुछ नहीं निकला. इसमें भी कुछ नहीं निकलेगा. देश में अच्छी शिक्षा के लिए मेरा काम रोका नहीं जा सकता.''
सिसोदिया ने कहा कि ''ये लोग दिल्ली की शिक्षा और स्वास्थ्य के शानदार काम से परेशान हैं. इसीलिए दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री और शिक्षा मंत्री को पकड़ा है ताकि शिक्षा स्वास्थ्य के अच्छे काम रोके जा सकें. हम दोनों के ऊपर झूँठे आरोप हैं. कोर्ट में सच सामने आ जाएगा.''
दिल्ली सीएम केजरीवाल भी भड़के
वहीं, सिसोदिया के आवास पर सीबीआई के छापे से दिल्ली सीएम केजरीवाल भी भड़क उठे| केजरीवाल ने कहा कि ''जिस दिन अमेरिका के सबसे बड़े अख़बार NYT के फ़्रंट पेज पर दिल्ली शिक्षा मॉडल की तारीफ़ और मनीष सिसोदिया की तस्वीर छपी, उसी दिन मनीष के घर केंद्र ने CBI भेजी, CBI का स्वागत है। पूरा cooperate करेंगे। पहले भी कई जाँच/रेड हुईं। कुछ नहीं निकला। अब भी कुछ नहीं निकलेगा''
केजरीवाल ने कहा कि ''दिल्ली के शिक्षा और स्वास्थ्य मॉडल की पूरी दुनिया चर्चा कर रही है। इसे ये रोकना चाहते हैं।इसीलिए दिल्ली के स्वास्थ्य और शिक्षा मंत्रियो पर रेड और गिरफ़्तारी, 75 सालों में जिसने भी अच्छे काम की कोशिश की, उसे रोका गया। इसीलिए भारत पीछे रह गया| दिल्ली के अच्छे कामों को रुकने नहीं देंगे|''
सीबीआई के छापे पर आप नेताओं का क्या कहना?
इधर, सीबीआई के छापे पर आप नेताओं का भी गुस्सा केंद्र सरकार पर खूब दिख रहा है| दिल्ली के आप नेता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि हम CBI का स्वागत करते हैं। प्रधानमंत्री जी के पास CBI के अलावा ED और IT भी है, उनका भी स्वागत करते हैं| पहली बार CBI का मामला दर्ज़ नहीं हुआ है। CBI के छापे पहले भी हुए हैं मगर सवाल ये है कि इनको मिला क्या? अगर किसी भी मामले में कुछ मिला हो तो बताएं|
BJP का भी पलटवार
वहीं, सीबीआई के छापे के बाद आम आदमी पार्टी की तरफ से जो प्रतिक्रिया आ रही है उसका जवाब देने में बीजेपी भी पीछे नहीं है| केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि सत्येंद्र जैन जब भ्रष्टाचार में जेल गए आपने तब भी उनको बर्ख़ास्त नहीं किया। वह कहते हैं उनकी याददाश्त चली गई। एक्साईज मंत्री एक्सक्यूज मंत्री तो बन गए हैं लेकिन मैं आशा करता हूं कि कहीं उनकी भी याददाश्त न चली जाए|
ठकुर ने आगे कहा कि भ्रष्टाचारी जितना मर्जी ईमानदारी का चोला पहनले वह भ्रष्टाचारी ही रहता है। जिस दिन CBI को जांच दी उसी दिन शराब नीति वापस ली। अगर शराब नीति में कोई घोटाला नहीं था तो उसको वापस क्यों लिया? यह शिक्षा नहीं शराब की बात हो रही है। जनता को मूर्ख न समझे|